बीकानेर के पूगल रोड स्थित एक घर से करीब एक करोड़ के आभूषण चोरी का पर्दाफाश हो गया है। चोरी की यह वारदात मध्यप्रदेश के गुना में रहने वाली गैंग ने की थी, जिसने चोरी से पहले एरिया में रैकी की। चार घंटे तक आसपास एक सूने बाड़े में बिताने के बाद रात ढाई बजे चोरी को अंजाम दिया। अब तक तीन को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नाबालिग और दो महिलाएं है। गैंग का कोई पुरुष सदस्य अभी पकड़ में नहीं आया है लेकिन जल्दी ही पुलिस इन्हें भी गिरफ्तार कर लेगी। अभी बरामदगी नहीं हुई है। कोठारी अस्पताल में काम करने वाले दीपक ओझा के घर से 2 अक्टूबर की रात चोरों ने वारदात को अंजाम दिया। चोरी करने से पहले इस घर की कई दिनों तक रैकी की गई। पता लगाया गया कि घर में कौन कब आता है, कितने बजे तक सोते हैं और किस दरवाजे से अंदर घुसा जा सकता है। दो सितम्बर की रात ये लोग दस बजे ही इस घर के पास एक खुले बाड़े में पहुंच गए। वहां चार घंटे तक छिपने के बाद ढाई बजे दीपक ओझा के घर में रसोई से घुसे। घर के जिस कमरे में आभूषण थे, उसमें कोई नहीं सो रहा था। ऐसे में चोरों के लिए काम आसान हो गया। सामान लेकर ये लोग सीधे शहर से बाहर निकले। चोरी को छह युवकों ने अंजाम दिया। इन्होंने अपने गैंग की महिला सदस्यों काे सामान पकड़ा दिया। महिलाओं ने अपने प्राइवेट पार्ट व बच्चों के गले में आभूषण डालकर छिपा लिया। चोरी वाले घर से बीकानेर के रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड सहित उन सभी प्वाइंट्स पर नजर रखी गई, जहां से लोग शहर से बाहर निकलते हैं। इसके बाद भी चोर चकमा देकर भाग गए। ये लोग अपने गांव नहीं पहुंचे लेकिन इनकी महिला सदस्य पुलिस की गिरफ्त में आ गई। ये लोग चोरी करने के तुरंत बाद मध्यप्रदेश के मुरैना शहर पहुंच गए